सेफ्टी-सिक्योरिटी के सवाल में फंसी PCS परीक्षा, हाईकोर्ट ने संशोधित परिणाम जारी करने का आदेश दिया

देहरादून। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UKPSC) की पीसीएस प्री परीक्षा 2025 में एक सवाल विवाद का कारण बन गया। यह सवाल नंबर 70 था, जिसमें “सेफ्टी” के स्थान पर गलती से “सिक्योरिटी” शब्द इस्तेमाल कर दिया गया था। इस तकनीकी गलती के कारण सवाल और उसके विकल्पों में भ्रम उत्पन्न हो गया, जिससे कई अभ्यर्थी आयोग के खिलाफ शिकायत कर रहे थे।

इस प्रश्न में उत्तराखंड राज्य के छठे फूड सिक्योरिटी इंडेक्स 2024 में प्राप्त कुल अंक के बारे में पूछा गया था। याचिकाकर्ताओं ने यह तर्क दिया कि आयोग ने इस प्रश्न के लिए विकल्प (ग) को सही घोषित किया, जबकि वास्तविकता में यह उत्तर गलत था क्योंकि प्रश्न में ही त्रुटि थी। विकल्प (ग) में दिया गया अंक वास्तव में फूड सेफ्टी इंडेक्स 2023–2024 के लिए था, जबकि प्रश्न में वर्ष 2024 का उल्लेख किया गया था।

नैनीताल हाईकोर्ट ने याचिकाओं को स्वीकार करते हुए आयोग को आदेश दिया कि यह गलत सवाल पीसीएस प्री परीक्षा के मूल्यांकन से हटा दिया जाए। इसके बाद आयोग को संशोधित मूल्यांकन कर नए परीक्षा परिणाम को जारी करना होगा। हाईकोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि तकनीकी और शब्दगत त्रुटियों के कारण किसी भी अभ्यर्थी को अन्याय नहीं होना चाहिए।

इस मामले ने राज्य में PCS परीक्षा के मूल्यांकन और प्रश्न निर्माण की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़ा किया है। आयोग ने अब घोषणा की है कि भविष्य में ऐसे तकनीकी और शब्दगत त्रुटियों से बचने के लिए प्रश्न पत्र की समीक्षा प्रक्रिया को और सख्त किया जाएगा।

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