एक वीडियो ने दून से दिल्ली तक मचाई हलचल: अंकिता हत्याकांड में वीआईपी को लेकर फिर घमासान

देहरादून। उत्तराखंड में 18 सितंबर 2022 को हुए अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने देहरादून से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। इस वीडियो के सामने आने के बाद वीआईपी के नाम को लेकर विवाद फिर गहरा गया, जबकि भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।

🔹 वायरल वीडियो से दोबारा गरमाया मामला

यह पूरा विवाद भाजपा से निष्कासित पूर्व विधायक सुरेश राठौर की कथित पत्नी द्वारा सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो के बाद शुरू हुआ। फेसबुक लाइव में महिला ने अंकिता हत्याकांड में एक कथित “वीआईपी गट्टू” का जिक्र करते हुए उसे भाजपा का बड़ा नेता बताया। साथ ही एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य का भी नाम सामने आने की बात कही गई। वीडियो में एक ऑडियो का भी हवाला दिया गया, जिसके बाद मामला तेजी से तूल पकड़ गया।

🔹 कांग्रेस की प्रतिक्रिया: सीबीआई जांच की मांग

वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने सरकार पर मामला दबाने का आरोप लगाया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने दिल्ली में प्रेसवार्ता कर वायरल वीडियो दिखाया और सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार 10 दिनों के भीतर सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं करती, तो कांग्रेस प्रदेशभर में आंदोलन करेगी।

🔹 भाजपा का पलटवार

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस पर चुनावी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही बताए कि वीआईपी कौन है और अपुष्ट वीडियो के आधार पर आरोप लगाना शर्मनाक है। भाजपा का कहना है कि वायरल ऑडियो से छेड़छाड़ की गई है और इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। उन्होंने कांग्रेस से माफी की मांग भी की।

🔹 सुरेश राठौर का बयान

पूर्व विधायक सुरेश राठौर ने वायरल ऑडियो को पूरी तरह फर्जी और आर्टिफिशियल बताते हुए इसकी फोरेंसिक जांच की मांग की है। उन्होंने ज्वालापुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई और कहा कि यदि जांच में उनके खिलाफ कोई तथ्य सामने आता है तो वह सजा भुगतने को तैयार हैं। उन्होंने पूरे मामले को सुनियोजित साजिश करार दिया।

🔹 आरती गौड़ का इस्तीफा

यमकेश्वर की पूर्व जिला पंचायत सदस्य आरती गौड़ ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने सरकार से अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं और सरकार की निष्क्रियता से आहत होकर उन्होंने यह फैसला लिया है।

🔹 क्या था पूरा हत्याकांड

18 सितंबर 2022 को वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर उसका शव चीला शक्ति नहर में फेंक दिया गया था। मामले में मुख्य आरोपी पुलकित आर्य सहित तीनों दोषियों को उम्रकैद की सजा हो चुकी है। लेकिन घटना के दिन रिजॉर्ट में आए वीआईपी की पहचान आज भी रहस्य बनी हुई है। अंकिता ने हत्या से पहले अपने मित्र को वीआईपी के आने और दबाव की जानकारी दी थी, जिससे यह सवाल आज भी कायम है कि वह वीआईपी कौन था


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