पंतनगर विश्वविद्यालय में छात्र ने फंदा लगाकर दी जान देने की कोशिश, साथियों की सूझबूझ से बची जान
गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में सोमवार देर रात एक बार फिर छात्रों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए, जब लगभग 11 बजे विश्वेसरैया भवन में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग फाइनल ईयर के एक छात्र ने फंदा लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। छात्र कमरे नंबर 61 में अंतःवासी था। घटना उस समय सामने आई जब छात्रावास के अन्य विद्यार्थियों को कमरे के भीतर कुछ गड़बड़ी का आभास हुआ और उन्होंने दरवाज़ा खटखटाया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर शक गहरा गया।
साथियों ने तुरंत दरवाजे की कुंडी तोड़कर अंदर प्रवेश किया, जहां उन्होंने छात्र को फंदे पर लटका हुआ पाया। छात्रों की त्वरित सूझबूझ और तत्परता ने एक गंभीर हादसे को टाल दिया। उन्होंने तुरंत वार्डन और अधिष्ठाता छात्र कल्याण को घटना की जानकारी दी और छात्र को विवि चिकित्सालय पहुंचाया। प्रारंभिक चिकित्सा के बाद स्थिति को देखते हुए वार्डन, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. आनंद सिंह जीना और डॉ. राजीव रंजन उसे रात में ही रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां आगे उपचार जारी है।
घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के बीच चिंता और बेचैनी का माहौल देखा गया। हाल के दिनों में पंतनगर विवि में छात्रों द्वारा आत्महत्या की कोशिशों के मामलों में बढ़ोतरी ने अभिभावकों और प्रशासन दोनों की चिंता बढ़ा दी है। छात्रावासों में मानसिक स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और परामर्श सेवाओं की उपलब्धता को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने देर रात इस संवेदनशील मामले की पुष्टि की और बताया कि छात्र की हालत अब स्थिर है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है और छात्र को आवश्यक काउंसलिंग उपलब्ध कराई जाएगी। परिसर में सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने को लेकर भी छात्रों ने अपनी चिंता व्यक्त की है।

