रिश्वत लेते पटवारी गिरफ्तार, जमीन के नामांतरण कराने के एवज में मांगी थी घूस
अशोकनगर। मध्यप्रदेश के अशोकनगर में पटवारी को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। उसने जमीन नामांतरण के काम के बदले घूस मांगी थी। ग्वालियर लोकायुक्त ने कार्रवाई की।
बता दें कि ग्वालियर लोकायुक्त में फरियादी बाबू सिंह दांगी ने 9 अक्टूबर को शिकायत की थी। उसने बताया था कि उसे दो बीघा जमीन नामांतरण करवानी थी। इसी सिलसिले में वह अशोकनगर जिले के बहादुरपुर तहसील के पटवारी राजेश पिता लखनलाल श्रीवास्तव (55) हलका नंबर 29 निवासी छोटी बड़ोद दतिया से मिला था। काम के बदले पटवारी ने 20 हजार रुपये की मांग की थी। ग्वालियर लोकायुक्त ने शिकायत की पुष्टि के बाद ट्रैप तैयार किया।
बता दें कि पहले भी 32 बीघा जमीन के नामांतरण के लिए उक्त किसान से पटवारी ने रुपये लिए थे। गुरुवार को लोकायुक्त की टीम ने कैमिकल लगे नोट देकर फरियादी को पटवारी के पास भेजा था। जैसे ही फरियादी ने 20 हजार रुपये पटवारी को दिए, लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर सरकारी निवास क्वाटर तुलसी कॉलोनी से पटवारी को हिरासत में ले लिया। लोकायत टीम ने चालीस पांच-पांच सौ रुपए के सीरियल नंबर भी मिलाए साथ पटवारी के हाथों को साफ पानी से डुबाए गए तो पानी का कलर बदल गया।
अशोकनगर। मध्यप्रदेश के अशोकनगर में पटवारी को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। उसने जमीन नामांतरण के काम के बदले घूस मांगी थी। ग्वालियर लोकायुक्त ने कार्रवाई की।
बता दें कि ग्वालियर लोकायुक्त में फरियादी बाबू सिंह दांगी ने 9 अक्टूबर को शिकायत की थी। उसने बताया था कि उसे दो बीघा जमीन नामांतरण करवानी थी। इसी सिलसिले में वह अशोकनगर जिले के बहादुरपुर तहसील के पटवारी राजेश पिता लखनलाल श्रीवास्तव (55) हलका नंबर 29 निवासी छोटी बड़ोद दतिया से मिला था। काम के बदले पटवारी ने 20 हजार रुपये की मांग की थी। ग्वालियर लोकायुक्त ने शिकायत की पुष्टि के बाद ट्रैप तैयार किया।
बता दें कि पहले भी 32 बीघा जमीन के नामांतरण के लिए उक्त किसान से पटवारी ने रुपये लिए थे। गुरुवार को लोकायुक्त की टीम ने कैमिकल लगे नोट देकर फरियादी को पटवारी के पास भेजा था। जैसे ही फरियादी ने 20 हजार रुपये पटवारी को दिए, लोकायुक्त की टीम ने दबिश देकर सरकारी निवास क्वाटर तुलसी कॉलोनी से पटवारी को हिरासत में ले लिया। लोकायत टीम ने चालीस पांच-पांच सौ रुपए के सीरियल नंबर भी मिलाए साथ पटवारी के हाथों को साफ पानी से डुबाए गए तो पानी का कलर बदल गया।