पापा…मुझे क्यों मारा: मासूम बेटी की जान लेते वक्त नहीं कांपे हाथ
कानपुर। कानपुर के बिधनू में युवक ने अपनी पत्नी के मायके से रुपये न मांगने से आवेश में आकर गुरुवार देर रात अपनी ही डेड़ साल की बच्ची की गला दबाकर हत्या कर दी। सुबह महिला अपनी बच्ची को जगाने कमरे में पहुंची तो उसे मृत पाया। सुबह आरोपी पति ने भागने का प्रयास किया, तो लोगों ने उसे पकड़कर पेड़ से बांधने के बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया। कल्याणपुर के मकड़ीखेड़ा निवासी मृतका सपना के नाना मोहनलाल राजपूत ने बताया कि उन्होंने आठ साल पहले बेटी नेहा की शादी मूलरूप से मैनपुरी के रहने वाले राजीव राजपूत से की थी। उनके दो बच्चे थे, जिसमें आर्यन (5) व सपना (1.5) थे।
राजीव पत्नी, बच्चों, अपनी मां सुशीला व बड़े अविवाहित भाई संजीत के साथ बिधनू के पश्चिम सेन पारा चौकी क्षेत्र के तुलसीपुरवा में कैलाशबाबू के मकान में किराये पर रहता है। पिता का आरोप है कि शादी के बाद से राजीव बेटी नेहा के साथ मायके से रुपये लाने को लेकर दबाव बनाता था।
कई बार उन्होंने रुपये देकर मदद भी की। कुछ दिनों से वह वह नेहा पर मायके से 50 हजार रुपये लाने का दबाव बना रहा था। नेहा ने मना किया, तो दो दिन पहले उसके साथ मारपीट की। गुरुवार रात पूरा परिवार छत पर ही सो रहा था। इस बीच मकान मालिक कैलाश बाबू की देर रात आंख खुली।
उन्होंने राजीव को अपनी मासूम बच्ची को गोद में उठाकर नीचे ले जाते देखा। सुबह नेहा की आंख खुली, तो वह नीचे कमरे में गई। यहां उसने बेटी सपना को मृत पाया, तो चीख पुकार मच गई। नेहा ने पति पर हत्या का आरोप लगा हंगामा किया, तो वह भागने लगा।
इस पर बड़े भाई संजीत ने अन्य किरायेदारों की मदद से उसे पकड़ कर घर के बाहर पेड़ से बांधकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने हत्या की बात कबूल ली। बिधनू थाना प्रभारी प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्जकर जेल भेजा जाएगा।
नेहा की सुबह करीब 6:30 बजे आंख खुली तो उसने मासूम को अपने पास नहीं पाया। वह तुरंत भागकर नीचे कमरे में पहुंची। दरवाजा खटखटाने पर राजीव ने गेट खोला तो जमीन पर बिस्तर में सपना को लेटा पाया। नेहा के अनुसार उसने पास में जाकर नेहा को जगाने की कोशिश की, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया।
तभी उसकी नजर सपना की गर्दन पर पड़ी, जहां दबाने के गहरे निशान थे तब उसे पता चला कि पति ने मासूम की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद राजीव बच्ची के शव के पास में ही सो गया था। हत्या का पता चलने के बाद उसने भागने का प्रयास किया।
मासूम की मौत के बाद बिलखती हुई उसकी मां नेता ने पति राजीव से अपनी झोली फैला कर बेटी को वापस करने की गुहार लगाई। वह पागलों की तरह राजीव की तरफ देखकर रोती रही। उसने राजीव से पूछा कि मासूम बच्ची की जान लेते वक्त तुम्हारे हाथ नहीं कांपे। पत्नी के इन सवालों को राजीव इस तरह से नजरअंदाज करता रहा।
पुलिस ने हत्यारोपी राजीव से पूछताछ की, तो उसने बताया कि पत्नी नेहा उसकी मेहनत की कमाई मायके में दे देती थी। इसका विरोध करने पर मारपीट करती थी। इसीलिए मायके से रुपये लाने को कह रहा था। मना करने पर गुस्से में बेटी की हत्या कर दी। उसने यह भी कहा कि पत्नी उसकी हत्या करवाना चाहती है।