भूस्खलन से घंटों बंद रहा दून-दिल्ली राजमार्ग, नेटवर्क न आने से हुई परेशानी
देहरादून। वर्षा के कारण उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद की सीमा में मोहंड में हुए भूस्खलन के कारण देहरादून-दिल्ली राजमार्ग लगभग सवा तीन घंटे बंद रहा। मुख्य मार्ग बंद होने से दिल्ली, मेरठ, सहारनपुर, रुड़की, मुजफ्फरनगर, अंबाला, करनाल आदि जाने वाले व देहरादून आने वाले वाहनों की दोनों ओर लंबी कतार लग गई। दिल्ली-मेरठ की ओर जाने वाले वाहनों को वाया हरिद्वार भेजा गया।
जिससे हरिद्वार में भी यातायात का दबाव बढ़ गया और वहां जाम की स्थिति बनी रही। दोपहर साढ़े 12 बजे मोहंड में मार्ग सुचारू हुआ। शुक्रवार को तड़के से हो रही वर्षा के दौरान सुबह करीब सवा नौ बजे मोहंड में पहाड़ी से मलबा आने के बाद सड़क का एक हिस्सा धंस गया। जिस कारण पुलिस ने दोनों ओर वाहनों का आवागमन बंद करा दिया। इसके बाद सुबह करीब साढ़े दस बजे राष्ट्रीय राजमार्ग खंड की टीमों ने मलबा हटाने और क्षतिग्रस्त सड़क को दुरुस्त करने का कार्य शुरू किया।
मार्ग बंद होने से दोनों ओर हजारों वाहनों की कतार लगी रही। बाद में उत्तराखंड पुलिस ने देहरादून सीमा पर आशारोड़ी जबकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने सहारनपुर जनपद में बिहारीगढ़ सीमा से वाहनों को लौटाना शुरू कर दिया। इस दौरान देहरादून से दिल्ली, मेरठ जाने वाले वाहनों को आइएसबीटी से वाया हरिद्वार होकर भेजा गया, जबकि आने देहरादून आने वाले वाहन बिहारीगढ़ से भगवानपुर बाईपास होकर हरिद्वार होते हुए आए।
सहारनपुर, अंबाला, पानीपत से देहरादून आने व जाने वाले वाहनों को सहारनपुर से बेहट-बादशाहीबाघ होते हुए देहरादून सीमा क्षेत्र के धर्मावाला, शिमला बाईपास होकर संचालित किया गया। मलबा हटाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के करीब डेढ़ दर्जन वाहनों ने कार्य किया, जिसके कारण दोपहर साढ़े 12 बजे मार्ग सुचारू कर दिया गया।
यातायात सुचारू कराने के लिए करीब पांच घंटे तक दोनों ओर पुलिस बल तैनात रहा। मार्ग बंद होने के कारण दिल्ली से देहरादून आने वाली परिवहन निगम की बसें चार से पांच घंटे की देरी से दून पहुंची।
मोहंड में मोबाइल का नेटवर्क काम न करना यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी बना। जो लोग अपने निजी वाहन में थे, वह किसी तरह वैकल्पिक मार्गों से निकल गए, लेकिन जो बसें मार्ग में फंसी हुई थी, उनके यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। कुछ के स्वजन उन्हें लेने आइएसबीटी पर इंतजार करते रहे।