बारिश से बांदल और सौंग नदियों में बाढ़ जैसे हालात

देहरादून। देहरादून शहर और इससे सटे पहाड़ी इलाकों पर मूसलाधार बारिश से बरसात से पहले ही नदियों में आपदा जैसा माहौल बन गया है। बांदल और सौंग नदियों समेत दून शहर के कई नदी नाले उफान पर हैं।

नदियों के किनारे और आसपास बसे कई गांवों का संपर्क मुख्य मार्ग से बंद हो गया है। खासकर बांदल नदी के आसपास सरखेत व अन्य गांवों के ग्रामीणों में पहली बीते वर्ष आई आपदा को सोचकर खौफ बना हुआ है। वहीं, बारिश के कारण पर्यटन स्थल कैंपटी फॉल ने भी रौद्र रूप दिखाया।

बीते दो दिनों से देहरादून और आसपास के इलाकों में भारी बरसात हुई। मंगलवार को ओलावृष्टि से भी काफी देर तक जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। इसके बाद बुधवार को सुबह सवेरे ही तेज आंधी के साथ भारी बारिश हुई। मसूरी और धनोल्टी क्षेत्र में बारिश होने से मालदेवता क्षेत्र में बांदल नदी में बाढ़ जैसे हालात बन गए। इसके अलावा रिस्पना और बिंदाल जैसी नदियां भी उफान पर आ गईं।

बांदल नदी के आसपास बसे ग्रामीणों ने प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। बीते वर्ष यहां अपादा में बहुत बड़ा नुकसान हुआ था। कुछ अस्थाई पुल बनाए गए थे जो इस मानसून से पहले हुई बारिश में ही बह गए। आपदा को सालभर होने को है और अभी तक हालात यह हैं कि इस क्षेत्र के बच्चे स्कूलों तक भी ठीक से नहीं जा पाते हैं।

शहर में भारी बारिश के चलते कई सड़कों पर भी जलभराव हो गया। इससे यहां से गुजरने वालों लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सुबह हुई बारिश के बाद शाम तक बादल छाए रहे। दोपहर के वक्त मोहकमपुर, हर्रावाला आदि क्षेत्रों में भी भारी बारिश हुई। हरिद्वार हाईवे पर आईआईपी के सामने फ्लाईओवर से पहले जलभराव हो गया। यहां काफी देर तक जाम भी लग गया।

वहीं, बारिश के कारण पर्यटन स्थल कैंपटी फॉल ने भी रौद्र रूप दिखाया। यहां जबरदस्त पानी आने से आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। वहीं, राजमार्ग संख्या 707 कैंपटी क्षेत्र में कई जगह मलबा आने से यातायात बाधित रहा। कैंपटी थानाध्यक्ष अमित शर्मा ने बताया कि जब कैंपटी फॉल में पानी बढ़ा तब वहां कोई पर्यटक नहीं था।

मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि लगातार बारिश के चलते देश के विभिन्न क्षेत्रों से पर्यटक बुकिंग रद्द कर रहे हैं। इससे होटल व्यवसायियों में भी मायूसी बनी हुई है। पिछले चार दिनों में मसूरी में पर्यटकों की संख्या में करीब 20 फीसदी की कमी आई है। उन्होंने कहा, मालरोड की तालाब बनी सड़क की फोटो वायरल होने से भी मसूरी की छवि धूमिल हुई है। इससे पर्यटक यहां आने से कतरा रहे हैं।

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