भाजपा का टिकट देना और फिर काट देना अफसोसजनक : राजकुमार कक्कड़
देहरादून। नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी कार्यकर्ता चुनावी समर में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जहां एक तरफ राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार पार्टी सिंबल के दम पर अपनी जीत पक्की समझ रहे हैं, लेकिन इस बार के चुनावी समीकरण कुछ और ही दस्ता बयान कर रहे है। कारण साफ है कि पार्टी में लंबे समय तक कार्य करने वाले को पार्टी ने नजरअंदाज कर दिया, जिससे आहत होकर उसने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जनसेवा करने का मन बना लिया।
ऐसे ही वार्ड नंबर 80 (रेस्ट कैंप) से 20 सालों तक भाजपा को अपना सब कुछ देने वाले और 2 बार भाजपा से पार्षद रहे राजकुमार कक्कड़ को पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। महिला सीट होने की वजह से उन्होंने अपनी पत्नी को निर्दलीय चुनावी मैदान में उतार दिया। देखने वाली बात है कि इस बार भाजपा ने हारे हुए प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अपनी साफ सुथरी छवि ओर कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रिय राजकुमार कक्कड़ की पत्नी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप मे अपनी जीत दर्ज़ करेंगी।
निर्दलीय प्रत्याशी शिवानी कक्कड़ का कहना है कि इस वार्ड के लोगों को ऐसा पार्षद चाहिए, जो हर समय उनके बीच रहे उन्हें लापता पार्षद नहीं चाहिए। नीचें वीडियो में देखें कि पूर्व पार्षद राजकुमार कक्कड़ और वर्तमान प्रत्याशी शिवानी कक्कड़ ने मीडिया से क्या कहा…